कई बार पेट की खराबी तथा असंतुलित खाने से हमारी जीभ में तथा मसूड़ों में लाल लाल दाने आ जाते हैं | इन्ही को मुंह के छाले कहते हैं | अगर इनकी तरफ ध्यान न दिया जाये तो खाने पीने में बहुत परेशानी होती है | पेट में गर्मी बढ़ जाने के कारण ये होते हैं |
उपचार एवं नुस्खे -
मुलैठी का प्रयोग -
मुलैठी की जड़ों को एक गिलास पानी में , 3-4 घण्टे के लिए छोड़ दें | इसके बाद इस पानी से दिन में कई बार गरारे तथा कुल्ला करें | इससे धीरे -धीरे छाले समाप्त हो जाते हैं| मुलैठी का चूर्ण बनाकर , इसे शहद के साथ मिलाकर छालों पर लगायें तथा मुंह की लार बनने तक रुकें | मुंह में लार भर जाने पर लार को थूक दें | ऐसा करने से भी आराम मिलेगा |
शहद एवं केला -
एक पके हुए केले को शहद के साथ मिलकर खाएं , इस प्रयोग से छालों में काफी आराम मिलता है|
अमरुद के पत्ते –
कत्था तथा अमरुद के मुलायम पत्तों को एक साथ चबाएं जैसे पान खाया जाता है | छालों में काफी आराम मिलेगा |
पान के पत्ते -
ताज़े पान के पत्तों का रस निकाल लें एवं देसी घी के साथ मिला लें | अब इस मिश्रण को छालों पर लगाएं | आराम भी मिलेगा और कुछ दिनों में छाले समाप्त भी हो जायेंगे |
परहेज -
छाले अधिकतर पेट में गड़बड़ी की वजह से होते हैं जिसका मुख्य कारण खान पान में अधिक मिर्च-मसालों का प्रयोग है | अतः पेट साफ़ रखें ,हल्का एवं सुपाच्य भोजन करें |
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