दस्तों की समस्या एक बहुत गम्भीर समस्या होती है । कभी कभी शरीर अपनी सफाई करने के क्रम में एक दो दस्त हो जाया करते हैं और इस तरह के दस्त प्राय: एक दिन में अपने आप बंद हो जाया करते हैं । किंतु पेट में किसी इंफेक्शन के कारण और ज्यादा सर्दी अथवा गरमी लग जाने के कारण हो जाने वाले दस्त तुरन्त ध्यान दिये जाने वाली अवस्था है । ऐसी दशा में आप क्या उपाय अपना सकते हैं
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1 :- दस्तों के साथ ज्यादा मात्रा में पानी निकल रहा हो तो जीवन रक्षक घोल जो कि बाजार और सरकारी अस्पतालों में O.R.S. के नाम से सर्वत्र उप्लब्ध है का जरूर नियमित सेवन करें । यह घोल ना मिलने की दशा में घर पर ही नमक और चीनी का घोल बनाकर पीना चाहिये ।
2 :- आधा कप सप्रेटा दूध में कुछ बूँदे नीम्बू के रस की डालकर पीने से भी लाभ मिलने की बात कुछ जानकार लोग बताते हैं ।
3 :- दस्तों में जामुन की 2 ताजा पत्तियॉ लेकर धोकर दो चुटकी सेंधा नमक के साथ चबाकर खाने से लाभ मिलता है । यह प्रयोग हर 4-6 घण्टे बाद दोहराना चाहिये ।
4 :- ताजी जमी प्राकृतिक मीठी दही में लौकी का रायता बना कर पीने से दस्तों मे लाभ मिलता है ।
5 :- बेल पत्थर का जूस पेट के सभी रोगों के साथ साथ दस्तों का भी बहुत ही असरकारी उपचार होता है ।
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विशेष नोट :- दस्तों के उपचार के लिये लिखे गये ये उपाय वैसे तो अपनी जगह बहुत कारगर हैं किंतु शरीर से ज्यादा पानी निकल जाने के कारण यदि कमजोरी महसूस हो रही हो तो कृपया अपने चिकित्सक से जरूर सम्पर्क कीजियेगा ।
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पेट के रोग ना हों इसके लिये इन बातों का जरूर ध्यान रखें
पेट के रोग जिस किसी को पकड़ लेते हैं अक्सर बहुत परेशान कर देते हैं । इस पोस्ट में हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जिनको अपनाकर आप पेट के रोगों के होने से अपना बचाव कर सकते हैं ।
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1 :- पानी हमेशा उबला हुया ही पियें । सम्भव हो तो पानी को आधा रह जाने तक उबालें और फिर ठण्डा करके साफ सूति कपड़े से छान कर उसको पीने के काम में लायें । यह उबला हुआ पानी पेट को बहुत लाभकरी सिद्ध होता है और गैस और तेजाब जैसी समस्याओं में बिना किसी दवा के भी लाभ देता है ।
2 :- बच्चों को बोतल से दूध और पानी पिलाने के लिये बोतल की जगह चम्मच और कटोरी का प्रयोग करना चाहिये ।
3 :- पानी और खाने पीने की चीजों को हमेशा ढककर ही रखें और जहॉ तक सम्भव हो खाने में ताजा बना भोजन ही प्रयोग करें ।
4 :- बासी भोजन को दोबारा फ्राई करके खाना एक बहुत बुरी आदत है जो पेट को खराब करने के साथ साथ सम्पूर्ण शरीर का मेटाबॉलिज्म खराब कर सकता है ।
5 :- फल और सब्जी प्रयोग करने से तुरंत पहले काटनी चाहिये । आधा घण्टा से ज्यादा देर पहले से कटी हुयी सब्जियॉ और फल का सेवन नही करना चाहिये ।
6 :- खाने और पीने की चीजों की और खानाबनाने की जगह की सफाई का विशेष ध्यान रखें ।
7 :- खुले में शौच जाने की आदत को बिल्कुल छोड़ दीजिये । अगर खुले में शौच जाना ही है तो रहने और खाने की जगह से कम सए कम 300-500 मीटर की दूरी पर जायें ।
8 :- गंदी जगह पर पेशाब ना करें ।
9 :- गैस-मल-पेशाब के वेग को जोर लगाकर ज्यादा देर तक नही रोकना चाहिये ।
10 :- हमेशा मौसम के अनुकूल ही वस्त्र पहनें और मौसम के अनुसार ही भोजन करें ।
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